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KAHAN TUM CHALE GAYE

DHADKANE MERI SUN

Release Date: 11/09/2024

AAWARA  ISHQ show art AAWARA ISHQ

DHADKANE MERI SUN

ये छेड़छाड़...ये आवारगी...और ये दास्तान-ए-मोहब्बत....... उस रोज़-उस रात की तन्हाई की है दोस्तों...... जब हम भी  मूड में थे और वो भी...   A story of carefree love, mischievous glances, and the timeless rhythm of hearts… It’s about that night—when silence spoke louder than words, And both of us were caught in the sweet trap of the moment. Because, sometimes, love isn’t planned—it just happens… with a...

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90's - A - LOVE STORY show art 90's - A - LOVE STORY

DHADKANE MERI SUN

ये उन दिनों की बात है जब इश्क़ में पड़ना अच्छा हुआ करता था ... इश्क़ भी सच्चा हुआ करता था ...l उन दिनों breakup नहीं हुआ करते थे...हाथ और साथ छूट जाने के बाद उम्र भर चाहने के ...यानि अंतिम साँस तक चाहते निभाने के ...और कहीं कहीं तो आखिरी दम तक इंतजार...

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TERA - MERA  HAI  PYAAR   AMAR show art TERA - MERA HAI PYAAR AMAR

DHADKANE MERI SUN

तू वो ग़ज़ल है मेरी  जिसमें तेरा होना तय है  तू वो नज्म है मेरी  जिसमें आज भी तेरी मौजूदगी तय है  इसलिये नहीं... कि...  तू मेरी दस्तरस में है  बल्कि इसलिये...कि... तू आज भी मेरी नस - नस में है  इसलिए हो चाहे ये कितना ही लंबा सफ़र  ना...

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KAHAN TUM CHALE GAYE show art KAHAN TUM CHALE GAYE

DHADKANE MERI SUN

कैसे भुला पाउंगा उस कठिन वक़्त को...कैसे भुला पाउंगा तुम्हारे उस असहनीय कष्ट को...जब तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में था...और तुम अंतिम साँस लेने की तैयारी कर रही थीं...मगर फ़िर भी मुझसे कुछ कहना चाह रहीं थीं...क्योंकि तुम काल के हाथों विवश होकर...

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AFTER HEART BREAK show art AFTER HEART BREAK

DHADKANE MERI SUN

दिल टूट जाने के बाद ...ये दिल दिल ना रहा इस दिल में कुछ भी ना रहा... अगर कुछ रहा तो बस... तेरा ही नाम...तेरा ही दर्द ... छुपा रहा...... Heartbreak leaves us in pieces, but somewhere amidst the pain and sorrow, love still lingers. In this heartfelt episode of #DhadkaneMeriSun, we dive deep into the emotions that follow a broken #relationship. How do we pick up the fragments of our heart when all that remains is the name of the...

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WAITING  FOR  YOU - TERA INTEZAAR show art WAITING FOR YOU - TERA INTEZAAR

DHADKANE MERI SUN

एक इश्क़  दो दिल  फिर बेहद प्यार  और फिर...बेइंतहा ...इंतजार  शायद इसीलिए.... .......तेरी राह तकते तकते          मेरी उम्र गुजर गई ....... In this heartfelt episode of 'Dhadkane Meri Sun,' we dive into the emotions of longing and love in 'Waiting for You - Tera Intezaar.' Join us as we explore the beauty of waiting, the hope it brings, and the tender moments that make the wait worthwhile....

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Vo... Lamhe the bheege bheege show art Vo... Lamhe the bheege bheege

DHADKANE MERI SUN

ज़रा आँखों में मोहब्बत की तिश्नगी पिरोईये  फिर हसरतों को सावन की मस्तियों में भिगोईये  और फिर देखिये-ऐसे लगेगा जैसे.... कहीं बारिश की हर बूंद में प्यार बरस रहा है  तो कहीं दौर-ए-मोहब्बत की पुरानी यादों में  भीगा तन मन बूंद बूंद...

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THAT INNOCENT LOVE show art THAT INNOCENT LOVE

DHADKANE MERI SUN

अब लफ्जों में हैं उसके खामोशियां अब रही ना वो पहले सी नजदीकियां आती नहीं मुझको अब हिचकियाँ जाती नहीं मन से क्यूं सिसकियाँ याद आती हैं उसकी वो सरगोशियां कहता था उसको मैं "मासूम" तब उसकी मासूमियत ये क्या हो गया वो जो मुझसे मिला मेरी...

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Love Letters show art Love Letters

DHADKANE MERI SUN

कभी तेरे नैनों पे लिखा  तो कभी नैनों के मोतियों पे लिखा  कभी तेरे मासूम चेहरे पे लिखा  तो कभी चेहरे की मासूमियत वाली बातों पे लिखा  कभी इश्क़- ए -मिजाजी पे लिखा तेरी  तो कभी इश्क़ - ए-दगाबाजी पे लिखा  कभी ग़ज़ल लिखी कभी गीत...

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EK  TARFA  MOHABBAT show art EK TARFA MOHABBAT

DHADKANE MERI SUN

मेरी सांसों में रहती है  मगर आँखों से बहती है  मैं तुझ बिन जी नहीं सकता  धड़कने मेरी कहती हैं  जो मिल जायेंगे मैं और तुम  ज़मी जन्नत बनाऊंगा  अमीरी हो या फकीरी हो  सभी नखरे उठाऊंगा  ज़माने भर की हर रौनक  तेरे कदमो में...

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कैसे भुला पाउंगा उस कठिन वक़्त को...कैसे भुला पाउंगा तुम्हारे उस असहनीय कष्ट को...जब तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में था...और तुम अंतिम साँस लेने की तैयारी कर रही थीं...मगर फ़िर भी मुझसे कुछ कहना चाह रहीं थीं...क्योंकि तुम काल के हाथों विवश होकर हमेशा हमेशा के लिये ना चाहते हुए भी मुझसे दूर जा रहीं थीं...एक आह...एक दर्द के साथ...जाते जाते मुझको दी गई परंतु मुझसे ना सुनी गई तुम्हारे अंतर्मन की एक आवाज़ अब कहाँ कहाँ ढूंढूं तुम्हें...औऱ तुम्हारी आवाज़ को भी...कहाँ कहाँ ढूंढूं....

कहाँ चली गई तुम...कहाँ तुम चली गईं.....

How will I ever forget those moments... How will I forget the unbearable pain you endured... when your hand was in mine, and you were preparing to take your last breath, yet still, you wanted to say something to me... because you, bound by fate, were leaving me forever, unwillingly drifting far from me... with a sigh, with a heart-wrenching pain... the voice of your innermost soul that you gave me in your final moments, yet went unheard by me. Where can I search for you now... where can I seek your voice... where have you gone, my love... where have you gone..."

In this deeply moving episode, Rajnish Kaushik bares his soul in the memory of his late wife, Swati Bhardwaj, reflecting on love, loss, and the haunting beauty of a connection that transcends life itself. Titled "Kahan Tum Chale Gaye," this heartfelt tribute encapsulates the unspoken words, the silent promises, and the echoes of Swati’s presence that Rajnish now searches for in every corner of his existence. As he revisits those precious last moments with her, he unravels the depth of his pain, love, and the undying hope of finding her essence in the whisper of memories left behind.

Join Rajnish in "Dhadkane Meri Sun" for an episode that resonates with the timelessness of love and the bittersweet journey of learning to live with an irreplaceable loss. This episode is not just a remembrance; it’s a testament to the undying bond that keeps loved ones close, even in their absence.

#DhadkaneMeriSun #RajnishKaushik #SwatiBhardwaj #love #kahantumchalegaye