DHADKANE MERI SUN
My Dear Listeners, As you already know, Dhadkane Meri Sun has become the closest companion to your journey of love. Love doesn’t wait for a special day—it flows freely, beyond time and moments. And yet, when those heartfelt emotions are celebrated on a special occasion, life feels even more poetic, even more magical. Yes, you guessed it right—Valentine’s Day! That’s why, breaking tradition just a little, this week’s episode arrives a day early—because your emotions deserve to be felt in their most raw and unfiltered form. So, immerse yourself in the essence of love, passion, and...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
तेरी धड़कन तेरी सासें मुझे कितना सताती हैं तेरी खुशबू तेरी बातेँ तेरे ही पास बुलाती हैं ....तेरी धड़कन तेरी सासें...l
info_outlineDHADKANE MERI SUN
शक था मुझे उसके अंदाज-ए-मोहब्बत पे और यक़ीन भी नहीं था उसके वादा-ए-मोहब्बत पे फ़िर भी उसकी मासूमियत से इश्क़ करता था मैं झूठी थी वो और दग़ाबाज़ भी फिर भी उसकी अदाओं पे मरता था मैं अगर चाहता तो बर्बाद कर देता मगर उसकी...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
यह कोमल और चंचल मन मेरा, उससे दूर नहीं जाना चाहता, नजरों में बसा कर रखना चाहता है... बाहों के दरमियाँ ना सही... वो करीब से गुजर जाये... बस.... ऐसी अजनबी मुलाकातों में ही सही...l ना दर्द हो ...ना ग़म हो ना बोझ हो इस दिल पर कोई राहे मोहब्बत में...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
क्या खूब समा था इश्क़ के महीने में - इश्क़ जवां था मौसम के थे नजारे आंखों के थे इशारे बातों में कशिश थी इतनी लहजे में तपिश थी इतनी जिस्म था - आग थी हर छुअन में एक धुआं था हसीना थी कमसिन दीवाना जवां था इश्क़ के...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
जवानी जब से बहकी थी उसी का नाम लेती थी मोहब्बत प्यास है उसकी यही पैगाम देती थी मैं मजनूं था मैं रांझा था वो लैला हीर जैसी थी मेरी चाहत के ज़ज्बो को मेरा ईमान कहती थी मगर अब.... जो समझती थी इशारों को इशारों ही इशारों में ...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
ये उन दिनों की बात है जब इश्क़ में पड़ना अच्छा हुआ करता था ... इश्क़ भी सच्चा हुआ करता था ...l उन दिनों breakup नहीं हुआ करते थे...हाथ और साथ छूट जाने के बाद उम्र भर चाहने के ...यानि अंतिम साँस तक चाहते निभाने के ...और कहीं कहीं तो आखिरी दम तक इंतजार...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
ये छेड़छाड़...ये आवारगी...और ये दास्तान-ए-मोहब्बत....... उस रोज़-उस रात की तन्हाई की है दोस्तों...... जब हम भी मूड में थे और वो भी... A story of carefree love, mischievous glances, and the timeless rhythm of hearts… It’s about that night—when silence spoke louder than words, And both of us were caught in the sweet trap of the moment. Because, sometimes, love isn’t planned—it just happens… with a...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
तू वो ग़ज़ल है मेरी जिसमें तेरा होना तय है तू वो नज्म है मेरी जिसमें आज भी तेरी मौजूदगी तय है इसलिये नहीं... कि... तू मेरी दस्तरस में है बल्कि इसलिये...कि... तू आज भी मेरी नस - नस में है इसलिए हो चाहे ये कितना ही लंबा सफ़र ना...
info_outlineDHADKANE MERI SUN
कैसे भुला पाउंगा उस कठिन वक़्त को...कैसे भुला पाउंगा तुम्हारे उस असहनीय कष्ट को...जब तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में था...और तुम अंतिम साँस लेने की तैयारी कर रही थीं...मगर फ़िर भी मुझसे कुछ कहना चाह रहीं थीं...क्योंकि तुम काल के हाथों विवश होकर...
info_outlineक्या खूब समा था